Sunday, September 16, 2018

व्यापारियों की मांग, सरकार त्योहारी मौसम से पहले लाए ई काॅमर्स पॉलिसी

ई दिल्ली :  अक्टूबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन को देखते हुए व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज ने सरकार से माँग की है की ई काॅमर्स पर जल्द पॉलिसी लाए. जिससे ई कामर्स कम्पनियाँ इस वर्ष तयोहारी सीजन में मनमानी न कर सकें. पॉलिसी के अभाव में हर वर्ष ई कामर्स कम्पनियाँ लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचना ,भारी डिस्काउंट देना आदि अनेक प्रकार के तरीके अपनाती हैं. इससे छोटे कारोबारियों को नुकसान होता है. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु से कैट ने यह भी आग्रह किया है की ई कामर्स कम्पनियां केवल कुछ चंद विक्रेताओं को ही अपने पोर्टल पर बिक्री का मौका देती हैं इसलिए इन कम्पनियों के चहेते विक्रेताओं को भी माल बेचने से रोका जाना चाहिए.                                   
सरकार ने कुछ दिन पहले ड्राफ्ट जारी किया था
सरकार ने ई काॅमर्स पर नीति के लिए पहला दस्तावेज कुछ दिन पहले जारी किया था जिसकी समीक्षा के लिए अब सचिवों की एक समिति भी गठित की गई है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा की इस मुद्दे पर डेटा को स्थानीय रूप से रखना और एफडीआई का गलत इस्तेमाल न होने पाए इस पर पॉलिसी में अंकुश रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि सरकार को इनफोर्समेंट निदेशालय में एक अलग विभाग बनाना चाहिए जो ई कॉमर्स कंपनियों द्वारा की जा रही नीयमों की अंदेखी पर नजर रखे. यह सुनिश्चहित करना ज़रूरी है की एफडीआई आधारित कम्पनियां सरकार की नीतियों का उल्लंघन न कर सकें.    एफडीआई के आधार पर इनवेंट्री रखने की छूट देना घातक
ड्राफ्ट पॉलिसी में 49 प्रतिशत विदेशी निवेश को इनवेंट्री रखने की इजाज़त देना बेहद ही घातक प्रस्ताव है. इस प्रस्ताव को सरकार रद्द करे क्योंकि देश के व्यापारी किसी भी हालत में इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं होने देंगे. ड्राफ्ट पॉलिसी में एक रेग्युलटॉरी अथॉरिटी के गठन के बारे में कहा गया है. इस प्रस्ताव का सभी व्यापारी स्वागत करते हैं. लेकिन इस अथॉरिटी को अधिकार सम्पन्न बनाना होगा और पॉलिसी के उल्लंघन के मामले में दंडित करने का अधिकार भी अथॉरिटी के पास होना चाहि. पॉलिसी में छोटे व्यापारियों को तकनीकी रूप से दक्ष करने की व्यवस्था भी होनी जरूरी है.
नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 68वें जन्‍मदिन पर कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को उन्‍हें शुभकामनाएं दीं. राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा 'हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को उनके जन्‍मदिन पर शुभकामनाएं. मैं उनके बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य और खुशहाली की कामना करता हूं.'
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 68वां जन्‍मदिन मना रहे हैं. वह अपना जन्‍मदिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मनाएंगे. वहां वह बच्‍चों के साथ उनपर आधारित फिल्‍म 'चलो जीते हैं' भी देखेंगे.
पीएम मोदी अपने जन्‍मदिन पर वाराणसी पहुंचकर काशीवासियों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर नई परियोजनाओं की सौगात देने के साथ ही शहर में चल रहे कई प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे. पहली बार अपना जन्मदिन वाराणसी मनाने आ रहे पीएम मोदी का ये दौरा बेहद खास होने जा रहा है.
शाम पांच बजे पहुंचेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी सोमवार शाम पांच बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे. इसके बाद वह नारूर गांव जाएंगे, जहां वह गैर लाभकारी संगठन 'रूम टू रीड' से सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूल के 200 बच्चों से बातचीत करेंगे. इसके बाद 18 सितंबर को पीएम मोदी सुबह साढ़े नौ बजे बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय (बीएचयू) के एम्फी थिएटर मैदान में जनसभा करेंगे. उधर, जन्मदिन की पूर्व संध्या पर मुस्लिम महिलाओं ने केक काटकर सोहर गाकर प्रधानमंत्री की लंबी उम्र की कामना की.
547 करोड़ की परियोजनाएं
बीएचयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैदिक विज्ञान केंद्र का शिलान्यास करेंगे. बीएचयू में अटल इंक्‍यूबेटर सेंटरर का लोकार्पण भी करेंगे. प्रजापति समाज के लोगों को मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए इलेक्ट्रिक संचालित मशीन का वितरण करेंगे. 362 करोड़ की  योजना के तहत लोकार्पण किया जाएगा. दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत 3722 मजरों का लोकार्पण करने के अलावा नागेपुर में पेयजल योजना का लोकार्पण करेंगे. बीएचयू में रीजनल नेत्र चिकित्सा केंद्र का भी शिलान्यास रखेंगे.पीएम मोदी के जन्‍मदिन पर बीजेपी 68 स्थानों पर दीपोत्सव होगा. 68 मंदिरों में दर्शन-पूजन का कार्यक्रम है. 72 स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे. 90 स्थानों पर स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा. 68 स्थानों पर केक काटने की भी योजना है. सभी चौराहों को विशेष रूप से सजाया जाएगा. हरसेवानंद विद्यालय में 5000 बच्चों के साथ पीएम के बचपन की स्मृतियों पर आधारित फिल्म 'चलो जीते हैं' देखने की विशेष व्यवस्था की गई है. 
शिल्पकारों मोदी को देंगे विशेष तोहफा
पीएम को जन्मदिन का तोहफा देने के लिए वाराणसी के बुनकरों और शिल्पियों ने एक पोर्ट्रेट तैयार किया है. पंजा वीविंग तकनीक से बना ये पोर्ट्रेट 15 दिनों में तैयार हुआ है. प्यारेलाल मौर्या जो कि एक शिल्पी हैं और स्टेट अवॉर्डी भी हैं. इन्होंने ये पोर्ट्रेट तैयार किया है. पोर्ट्रेट की खूबी बताते हुए विशेषज्ञ बताते हैं कि इस पोर्ट्रेट की लाइफ करीब 50 साल है और आगे-पीछे दोनों तरफ से ये एक ही तरह की दिखती है. मिर्ज़ापुर हैंड मेड दरी जिसको जीआई स्टेटस मिल चुका है उसका ये वाल हैंगिंग पोर्ट्रेट है.

No comments:

Post a Comment