Thursday, April 18, 2019

सीटों पर मतदान जारी, तमिलनाडु में पोलिंग बूथ पर एक मतदाता की मौत

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में गुरुवार को देश भर के 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 95 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
दूसरे चरण में असम, बिहार, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडिशा, पुद्दुचेरी, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के सीटों पर मतदान हो रहा है.
इरोड ज़िले में एक मतदाता की मौत हो गई है. 63 वर्षीय मुरुगेसन वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ पर ही बेहोश हो गए. डॉक्टरों ने उनकी जांच कर उन्हें मृत घोषित कर दिया.
तमिलनाडु में कुल 39 सीटें हैं लेकिन गुरुवार को 38 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं. तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर भी दूसरे चरण में ही मतदान होने थे, लेकिन चुनाव आयोग की सिफ़ारिश पर राष्ट्रपति ने इसे रद्द कर दिया.
डीएमके नेताओं के पास भारी मात्रा में नक़दी बरामद होने के बाद चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से चुनाव को रद्द करने की सिफ़ारिश की थी.
चुनाव आयोग का कहना था कि ऐसा मालूम पड़ता है कि वोटरों को प्रभावित करने के लिए पैसे का प्रयोग किया गया है.
आयोग की इस सिफ़ारिश को राष्ट्रपति ने स्वीकार कर ली. हालांकि, चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि वेल्लोर लोकसभा सीट के तहत आने वाले अंबुर और गुदियत्तम विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव के लिए पहले से तय कार्यक्रम के तहत 18 अप्रैल को मतदान होगा.
तमिलनाडु के शिवगंगा से पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिंदबरम अपनी क़िस्मत आज़मा रहे हैं. इस सीट से पी चिदंबरम सात बार सांसद रह चुके हैं. पिछले आम चुनाव में कार्ति यहां से चुनाव हार गए थे.
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. पहले चरण में बिहार की चार सीटों पर मतदान हो चुका है जबिक दूसरे चरण में पांच सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. ये हैं किशनगंज, कटिहार, पुर्णिया, भागलपुर और बांका.
कटिहार और किशनगंज पर सबकी नज़र है. कटिहार से कांग्रेस के तारिक़ अनवर मैदान में हैं. तारिक़ अनवर हाल ही में एनसीपी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे.
बिहार के किशनगंज सीट पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं. लगभग 67 फ़ीसदी मुस्लिम मतदाता वाली ये सीट कांग्रेस का गढ़ रही है लेकिन पहली बार असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के उम्मीदवार से कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिल रही है.
अगर ओवैसी की पार्टी ये सीट जीत जाती है तो हैदराबाद के बाहर लोकसभा में ये उनकी पहली जीत होगी.
पुर्णिया से उदय सिंह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उदय सिंह पुर्णिया से बीजेपी के सासंद रह चुके हैं लेकिन 2014 में वो जनता-दल के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे. 2014 में नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच गठबंधन नहीं हुआ था. हाल ही में उदय सिंह कांग्रेस में शामिल हुए थे.
उत्तरप्रेदश में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं. दूसरे चरण में यहां की आठ सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. ये सीटें हैं नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फ़तेहपुर सिकी.
नमें से मथुरा सीट पर सभी की नज़र रहेगी. यहां से भाजपा उम्मीदवार और अभिनेत्री हेमा मालिनी चुनावी मैदान में हैं.
वो यहां से सांसद हैं और दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. उनके ख़िलाफ़ आरएलडी के कुंवर नरेंद्र सिंह और कांग्रेस के महेश पाठक चुनाव लड़ रहे हैं.
दूसरे चरण में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के भाग्य का भी फ़ैसला होगा. वो फतेहपुर सीकरी से चुनाव लड़ रहे हैं.
कर्नाटक की कुल 28 सीटों में से 14 सीटों पर गुरुवार को वोट डाले जा रहे हैं. 2014 में बीजेपी ने 17 सीटें जीती थीं, कांग्रेस ने 9 और जेडी-एस ने दो सीटें जीती थीं. 2014 में कांग्रेस और जेडी-एस अलग अलग चुनाव लड़े थे लेकिन इस बार दोनों मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं.
बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती 17 सीटों को बचाए रखना है. इस चरण में बैंगलुरु की सभी चारों सीटों के अलावा मांडया सीट पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं. मांडया से पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के पोते और मौजूदा मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के बेट निखिल चुनाव लड़ रहे हैं और उनको चुनौती दे रही हैं बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुमलता अंबरीश.
फ़िल्म अभिनेता प्रकाश राज बैंगलुरु सेंट्रल से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी के तेजस्वी सुर्या सबसे कम उम्र के उम्मीदवारों में से एक हैं जो बैंगलुरु दक्षिण से मैदान में हैं.
असम में कुल 14 सीटें हैं लेकिन दूसरे चरण में वहां की पांच सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. पहले चरण में पांच सीटों पर मतदान हो चुके हैं. इस चरण में सिलचर, करीमगंज, मंगलदोई, नौगांव, और ऑटोनोमस डिस्ट में मतदान हो रहे हैं. 2014 में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और सात सीटें जीती थीं. उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने दम पर सरकार बनाई थी. बीजेपी को इस राज्य से बहुत उम्मीदें हैं.
वरिष्ठ पत्रकार आलोक पुतुल के अनुसार छत्तीसगढ की तीन सीटों महासमुंद, राजनांदगाँव और कांकेर में सुबह 10 बजे तक 10.45 प्रतिशत मतदान हुए.कांकेर और राजनांदगाँव माओवाद प्रभावित इलाक़े हैं. राजनांदगाँव पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके सांसद बेटे अभिषेक सिंह का गृह ज़िला है. इसलिये चुनावी राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों की नज़र राजनांदगाँव पर बनी हुई है.